बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज होने का उल्लेखनीय खिताब है। 1875 में स्थापित किया गया, इसकी धरोहर में भारत की आर्थिक वृद्धि और विकास से जुड़ी धनी इतिहास है। लेकिन इसकी शुरुआत के पीछे की शक्ति क्या थी, और इसके सालों के विकास में कैसे बदलाव आये?
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की जड़ें मुंबई के टाउन हॉल के सामने एक पीपल के पेड़ के नीचे पांच स्टॉकब्रोकर्स के एक समूह पर जांची जा सकती है जो मध्य-1800 के दशक में थे। ये मीटिंगें उस क्या ऐसा रूप लेंगी जिसे आधिकारिक रूप से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज होने का आधार कह सकते हैं। ये स्टॉकब्रोकर्स के संरचित एक्सचेंज में रूपांतरण ब्रिटिश इंडिया के कोलोनियल काल के दौरान बढ़ती व्यापारिक गतिविधि के उत्तर के रूप में था। जैसे-जैसे व्यापार बढ़ा, उसी तरह सुनिश्चित करने की आवश्यकता हुई कि एक औपचारिक वित्तीय बाजार हो जिससे नियमित प्रथाओं और विनियमन की रक्षा हो, जोने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की स्थापन
की।